मिलता है सच्चा सुख केवल, भगवान तुम्हारे चरणों मे
ये विनती है हर पल हर छीन, रहे ध्यान तुम्हारे चरणों मे।।
चाहे बेरी सब संसार बने ,चाहे जीवन मुझपर भार बने।
चाहे मोत गले का हार बने।। रहे ध्यान.....
चाहे शंकट ने मुझे घेरा हो, चाहे चारो ओर अंधेरा हो।
पर मन नही डगमग मेरा हो।। रहे ध्यान तुम्हारे....
चाहे कांटो पर मुझे चलना हो, चाहे अग्नि में भी जलना हो।
चाहे छोड़ के देश निकलना हो।। रहे ध्यान तुम्हारे.....
जीवा पर तेरा नाम रहे, तेरी याद सुबह और साम रहे।
बस याद ये आठो याम रहे।। रहे ध्यान तुम्हारे.....
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