शिव आये यशोदा के द्वार, मात मोहे दर्शन करा ....
मेरा सोया हुआ है लाल , बाबा ले भिक्षा तूं जा !!
कैलाश पर्वत से आया मैं माता , घर तेरे प्रगटा है जगत का विधाता ...
मैं तो विनती करूं बारम्बार !! मात मोहे दर्शन करा .......
बाबा तेरे गले सर्पों की माला , इसे देख दर जाए मेरा लाला
अब जिद न करो बार ... बाबा ले भिक्षा तूं जा !!
मुश्किल से बाबा ये शुभ दिन है आया , ढलती उमरियाँ में लाला है पाया
मेरे प्रणों का है ये आधार !! बाबा ले भिक्षा तूं जा ....
भीतर से माता है लल्ला को लायी , दर्शन किये शिव ने लीन्ही बलाई
देखो, नाचे है सारा संसार !! मात मोहे दर्शन करा !!
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