इस जीवन मे मानसरोवर कर आये नर नार भरोसा भारी है
कैलाश पर्वत जहाँ बिराजे शिवशंकर भगवान । भरोसा
सबसे कठिन परिक्रमा ये, हिम्मत वाला ही कर पाये।
जिसके भाग्य में लिखा है, वो मानसरोवर जा पाये
निर्मल शीतल नीर में जो भी डुबकी लगाये जाय।
भरोसा भारी है......
हर पल दृश्य बदलते है, जिसने जैसा निहारा है
स्वर्ग सा सुंदर एक से बढ़कर एक वहां का नजारा है
वर्णन किया न जाय, वहां पर तन मन सुध बिसराय।
भरोसा भारी है......
कैलाश मानसरोवर जो, नर और नारी कर आये
अच्छे कर्मों का फल है, दर्शन दुर्लभ वो पाये
लाल निरंजन धन्य हुये है, करूँ मैं सबको प्रणाम
भरोसा भारी है......
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